Ganesh ji ke panch prasiddh mandir
ॐ वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभः। निर्विघ्नम् कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।।
यह मंत्र सुने : 👇🏼
श्री गणेश का यह मंत्र आपने कई बार सुना होगा क्योंकि कोई भी कार्य प्रारंभ करने से पहले श्री गणेश जी का स्मरण किया जाता है। हिंदू समाज में यह विश्वास है कि शिव-पार्वती के यह पुत्र किसी भी कार्य में सफलता देने वाले हैं।
आज हम आपको कुछ ऐसे गणेश मंदिरों Prasiddh ganesh mandir के बारे में बताने जा रहे हैं। जिनके केवल दर्शन मात्र से मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।भक्तों के अटूट विश्वास के कारण यहां हमेशा ही भक्तों की भीड़ लगी रहती है।
सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई : मुंबई का यह गणेश मंदिर (Ganesh Mandir)अत्यंत ही प्रसिद्ध मंदिर है। इस मंदिर की विशेषता यह है कि इसमें गणेश जी की सूंड दाईं ओर मुड़ी हुई है और यह श्री गणेश का चतुर्भुज स्वरूप है। गणेश जी की जिन प्रतिमाओं की सूंड दाई ओर मुड़ी होती है, वे सिद्ध पीठ से जुड़ी होती हैं। कहा जाता है सिद्धिविनायक मंदिर में मनोकामनाएं तुरंत पूर्ण होती हैं। यह गणेश जी जल्दी प्रसन्न होते हैं और जल्दी ही कुपित भी।
श्रीमंत दग्दूसेठ हलवाई मंदिर, पुणे : गणेश जी का यह मंदिर (Ganesh Mandir) महाराष्ट्र के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है क्योंकि मान्यता है यह गणेश जी 30 दिन के अंदर मनोकामनाएं पूर्ण कर देते हैं। इस कारण यहां हमेशा भक्तों की भीड़ लगी रहती है।
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इस मंदिर का निर्माण दगदूसेठ लिंगायत एक व्यापारी और हलवाई , ने कराया था, जो कि कोलकाता से पुणे आकर बस गए थे। उन्होंने हलवाई के रूप में बहुत ख्याति पाई इस कारण उनका उपनाम ‘हलवाई’ पड़ गया! प्लेग में अपने दोनों बेटों को खोने के बाद गुरु की प्रेरणा से उन्होंने इस मंदिर का निर्माण कराया था।
रणथम्भोर गणेश मंदिर, राजस्थान : यह मंदिर राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में, रणथंभोर दुर्ग के अंदर स्थित है। यहां के गणेश जी की बात ही कुछ निराली है वह त्रिनेत्र धारी है।
पूरी दुनिया में यह एक ही मंदिर है जिसमें गणेश जी अपने पूरे परिवार अर्थात् दोनों पत्नियां रिद्धि-सिद्धि तथा दोनों पुत्र शुभ-लाभ के साथ विराजमान हैं। यह एक स्वयंभू गणेश मंदिर है, जहां गणेश जी अपने भक्तों की मनोकामनाएं शीघ्र ही पूर्ण करते हैं।
उच्चि पिल्लार मंदिर, तमिलनाडु : भगवान गणेश के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है उच्ची पिल्लयार मंदिर, जो कि तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली (त्रिचि) नामक स्थान पर रॉक फोर्ट पहाड़ी की चोटी पर बसा बसा हुआ है। पहाड़ों पर होने की वजह से यहां का नजारा बहुत ही सुंदर और देखने योग्य होता है। मान्यता है इस मंदिर की कहानी रावण के भाई विभीषण से जुड़ी है। यहां विभीषण ने एक बार भगवान गणेश पर वार किया था।
कनिपक्कम विनायक मंदिर चित्तूर, आंध्र प्रदेश : आंध्र प्रदेश, चित्तूर का यह गणेश मंदिर भी प्रसिद्ध गणेश मंदिरों में से एक है। कहा जाता है इसमें विराजित गणपति का आकार प्रतिदिन बढ़ता जा रहा हैं। इस बात का प्रमाण उनके पेट और घुटना है जो दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। इसी कारण उनकी एक भक्त श्री लक्ष्माम्मा के द्वारा भेंट किया गया कवच,अब पहनाना मुश्किल हो गया है।
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