cbse results 2020 marks formula :
कल सीबीएसई परीक्षा कक्षा 12 के परिणाम घोषित हुए। उसमें एक खास बात देखी गई कि 90% और 95% के ऊपर स्कोर करने वाले छात्रों के प्रतिशत में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इसका कारण CBSE results 2020 marks formula हो सकता है।
अन्य वर्षों की तरह, इस वर्ष की परीक्षा में भी लड़कियों ने लड़कों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया, लड़कियों 92.15 ने पास किया, जबकि लड़को ने 86.19% ।
जैसा कि हम सभी को पता है की कक्षा बारहवीं की 2020 की बोर्ड परीक्षाएं कोविड-19 के कारण मार्च के मध्य में रोक दी गई थी। जो परीक्षा है रह गई थी उनमें भी केवल 10वीं और 12वीं के लिए, 29 ‘महत्वपूर्ण” परीक्षाओं को कराने का फैसला लिया गया था हालांकि बाद में इनको ना कराने का फैसला लिया गया।
इस कारण बोर्ड को जो परीक्षा हो गई थी उन्हीं के आधार पर रिजल्ट घोषित करने थे अतः उन्होंने इसके लिए एक फार्मूला बनाया। CBSE बोर्ड ने परीक्षा के अंकों को लागू करने के लिए एक formula तैयार किया।
Kya he cbse results 2020 marks formula :
इसमें इन छात्रों ने चार परीक्षाएं दी थी,उनकी सर्वश्रेष्ठ 3 पेपरों के औसत अंक शामिल किए गए। जबकि जिन्होंने तीन परीक्षा दी थी उनके सर्वश्रेष्ठ दो पेपरों के अंको की गणना की गई थी। वही जिन छात्रों ने केवल दो पेपर या दों से भी कम पेपर दिए थे उनके प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट के अंकों को शामिल किया गया।
सोमवार को जारी किए गए परिणामों में 90% और 95% से अधिक स्कोर करने वाले छात्रों के प्रतिशत में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। पिछले साल, कुल 12,05,484 उम्मीदवारों में से 17,693 उम्मीदवारों या 1.47% ने 95% से ऊपर अंक प्राप्त किए थे। हालाँकि, इस साल यह प्रतिशत दोगुना होकर 3.24% हो गया, जो कि 11,92,961 के 38,686 अंकों के साथ है।
इसी तरह, 90% से अधिक स्कोर करने वाले उम्मीदवारों की संख्या भी 2019 में 7.82% से बढ़कर 2020 में 13.24% हो गई।
CBSE results 2020 marks formula का असर केवल higher percentage तक ही सीमित नहीं रहा। इस साल समग्र प्रतिशत में तेज वृद्धि देखी गई। इस साल, 11,92,961 में से 10,59,080 पास हुए, जिसका ओवरऑल पास प्रतिशत 88.78% हैं। यह पिछले वर्ष के 83.40% से 5 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि है।
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अन्य सभी वर्षों की तरह, इस वर्ष की परीक्षा में भी लड़कियों ने लड़कों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया, जिसमें 92.15% लड़की उम्मीदवार उत्तीर्ण हुई, जबकि 86.19% लड़के उम्मीदवार थे। ट्रांसजेंडर उम्मीदवारों ने 66.67% का पास प्रतिशत दर्ज किया। इसके अलावा पिछले साल की तरह, तिरुवनंतपुरम ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। जोकि 97.67% था। सबसे नीचे, क्षेत्रवार प्रदर्शन पटना ने 74.57% के साथ किया।जो कि राष्ट्रीय पास प्रतिशत से भी 14 प्रतिशत अंकों से पिछड़ गया।
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केंद्रीय विद्यालय और जवाहर नवोदय विद्यालय जहां हर साल की तरह सबसे अधिक प्रतिशत दर्ज करते हैं, वहीं इस साल देश भर के सरकारी स्कूलों के पास प्रतिशत में बड़ी वृद्धि हुई है। पिछले साल इन में 87.17% का पास प्रतिशत दर्ज किया गया था, इस साल यह बढ़कर 94.94% हो गया।